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ghadeer e khum, maula ali,

हज़रत अली को मौला अली क्यों कहा जाता है ? ईद ए ग़दीर क्या है ? Hazrat Ali ko Maula Ali kyo kaha jata hai? Eid e Ghadeer kya hai in Hindi

Why Hazrat Ali is called Maula Ali ? अस सलामों अलैकुम दोस्तों,  अक्सर हम लोग मौला अली का नाम सुनते है चाहे वो बयान में हो या किसी क़व्वाली में हो।  लेकिन क्या आप जानते है कि हज़रत अली को मौला अली क्यों कहा जाता है ? आईये हम क़ुरान और हदीस की रोशनी में जानने …

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Ahlebait kaun hai

असल में, अहलेबैत कौन है ? – Ahlebait kaun hai ?

अस सलामो अलैकुम, दोस्तों, हम अहलेबैत शब्द अक्सर सुनते है लेकिन क्या आप जानते है अहलेबैत कौन है और अहलेबैत का क्या मतलब होता है।  तो आईये क़ुरान और हदीस की रौशनी में जानते है कि अहलेबैत कौन है ।   अहलेबैत का मतलब क्या होता है? अहलेबैत का मतलब होता है, घर में रहने वाले लोग यानी …

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Imam hasan aur imam hussain

हज़रत इमाम हसन (अलैहिस सलाम) और हज़रत इमाम हुसैन (अलैहिस सलाम) के फ़ज़ाइल व मनाक़िब सुन्नियों की किताबों से : हिंदी में – Fazail Imam Hasan aur Imam Hussain

अस सलामों अलैकुम, दोस्तों, हज़रत इमाम हसन और इमाम हुसैन – अलैहिस सलाम, हमारे नबी हज़रत मुहम्मद (ﷺ) के नवासे है और हज़रत अली – करम अल्लाहो वजाहुल करीम और सैय्यदा फ़ातिमा ज़ेहरा -सलाम उल्लाह अलैहि के बेटे है।  हमारे आक़ा और अल्लाह के रसूल (ﷺ) को अपने नवासों से बड़ी मुहब्बत करते थे और वो उनको प्यार से अपने बेटे कहा …

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1 waqt me 2 namaz

क्या हम एक साथ दो नमाज़ अदा कर सकते है ? अशराइन और मग़रिबैन – 1 waqt me 2 Namaz

kya hum 1 waqt me 2 namaz ada kar sakte hai ? दोस्तों, इस्लाम में दो प्रमुख फ़िरक़े है शिया और सुन्नी।  और दोनों अलग अलग तरह से नमाज़ पढ़ते है।  शिया फ़िरक़े में अक्सर वो ज़ोहर और असर की नमाज़ को एक ही वक़्त में अदा कर लेते है जिसको ज़ोहराएँ या अशराइन कहा …

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firqa wariat

क्या क़ुरान फ़िरक़ा – वारीअत के खिलाफ है ? और 73 फ़िरक़ों वाली हदीस क्या है ? kya Quran firqa wariat ke khilaf hai ?

Kya Quran firqa wariat ke khilaf hai ? अस सलामों अलैकुम दोस्तों,जैसा की आजकल देखा जा रहा है मुस्लिम समाज में बहोत से फ़िरक़े बन गए है और वो सभी अपने को मुस्लिम कहते है तो आईए जानते है इस्लाम की सबसे प्रमुख किताब जोकि क़ुरान शरीफ है उसमे अल्लाह पाक ने क्या फ़रमाया है।  …

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dua sirf allah se

दुआ सिर्फ अल्लाह से ही – Dua sirf Allah se

अस्सलामों अलैकुम,  दोस्तों आज हम जानने की कोशिश करेंगे कि क्या दुआ सिर्फ अल्लाह से ही करना चाहिए ? सबसे पहले हम ये जान लेते है कि दुआ का क्या मतलब होता है? दुआ का क्या मतलब होता है? दुआ का मतलब होता है, पुकारना, बुलाना, इल्तिज़ा करना, माँगना, सवाल करना इत्यादी।   अब क़ुरआन शरीफ़ …

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muawiya ki haqiqat,

अमीर मुआवियां की हक़ीक़त – क़ुरान और सही हदीस की रोशनी में – Muawiya kon tha ?

Muawiya ki haqiqat – Quran aur Hadees ki roshni me नोट :     अगर इस्लाम में जो शख़्स ईमान की हालत में रसूलल्लाह सल्लाहों अलैहि वसल्लम को अपनी ज़िन्दगी में देख लेता है तो उसको सहाबी कहा जाता है, तो इस हिसाब से ये लोगों (अबू सुफ़ियान और अमीर मुआविया) को भी सहाबी कहा जा सकता …

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