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partiality by parents

माता- पिता द्वारा अपने बच्चों में पछपात करना कितना सही। – Partiality by Parents.

Waldain ke dwara apne bachcho me farq karna kitna sahi hai – Partiality / favourism by Parents दोस्तों अक्सर आप लोगों ने ये लोगो से सुना होगा  कि ‘माता-पिता भगवान समान होते है’,  निःसंदेह माता-पिता भगवान समान ही होते है क्योकि दुनिया में माँबाप से ज्यादा कोई अपने बच्चों को निःस्वार्थ और सच्चा प्यार कोई और नहीं …

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1 waqt me 2 namaz

क्या हम एक साथ दो नमाज़ अदा कर सकते है ? अशराइन और मग़रिबैन – 1 waqt me 2 Namaz

kya hum 1 waqt me 2 namaz ada kar sakte hai ? दोस्तों, इस्लाम में दो प्रमुख फ़िरक़े है शिया और सुन्नी।  और दोनों अलग अलग तरह से नमाज़ पढ़ते है।  शिया फ़िरक़े में अक्सर वो ज़ोहर और असर की नमाज़ को एक ही वक़्त में अदा कर लेते है जिसको ज़ोहराएँ या अशराइन कहा …

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professional beggars

क्या पेशेवर भिखारी को भीख देना चाहिए ? – Professional Beggars in India –

दोस्तों, क्या आपके मन में भी यही सवाल आता है तो आज जानने की कोशिस करेंगे कि पेशेवर भिखारी को भीख देनी चाहिये या नहीं।   तो इसका जवाब है न, पेशेवर भिखारी को कभी भी भीख नहीं देना चाहिए।  क्योंकि हर जगह हम भिखारियों को देखते हैं चाहे वह दुकान हो, पार्क हो, मस्जिद हो, मंदिर …

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urdu,

उर्दू और भारतीय मुसलमान /

 क्या उर्दू भाषा भारतीय मुसलमानों पर एक बोझ है ?  Kya Urdu language Indian Muslims par ek bhojh hai ? दोस्तों भले ये सुनने में अज़ीब लगता हो लेकिन अगर गौर करे तो उर्दू से मुसलमानों का फायदा कम और नुकसान ज्यादा हुआ है, इसके बारे में बाद में बात करेंगे पहले ये कुछ आंकड़े देखते है।   …

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firqa wariat

क्या क़ुरान फ़िरक़ा – वारीअत के खिलाफ है ? और 73 फ़िरक़ों वाली हदीस क्या है ? kya Quran firqa wariat ke khilaf hai ?

Kya Quran firqa wariat ke khilaf hai ? अस सलामों अलैकुम दोस्तों,जैसा की आजकल देखा जा रहा है मुस्लिम समाज में बहोत से फ़िरक़े बन गए है और वो सभी अपने को मुस्लिम कहते है तो आईए जानते है इस्लाम की सबसे प्रमुख किताब जोकि क़ुरान शरीफ है उसमे अल्लाह पाक ने क्या फ़रमाया है।  …

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dua sirf allah se

दुआ सिर्फ अल्लाह से ही – Dua sirf Allah se

अस्सलामों अलैकुम,  दोस्तों आज हम जानने की कोशिश करेंगे कि क्या दुआ सिर्फ अल्लाह से ही करना चाहिए ? सबसे पहले हम ये जान लेते है कि दुआ का क्या मतलब होता है? दुआ का क्या मतलब होता है? दुआ का मतलब होता है, पुकारना, बुलाना, इल्तिज़ा करना, माँगना, सवाल करना इत्यादी।   अब क़ुरआन शरीफ़ …

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muawiya bin sufiyan,

मुआवियां बिन सूफियान की मुनाफ़िक़त – क़ुरान और 4 सही हदीस की रोशनी में – Kya Muawiya bin Sufiyan Munafiq the? – Quran aur 4 Authentic Hadees ki roshni me

अस्सलामों अलैकुम दोस्तों,  हमने इससे पहले ब्लॉग में अमीर  मुआविया की हक़ीक़त – क़ुरान और हदीस की रौशनी में लिखा था, जिसका लिंक हमने नीचे उल्लेख किया है। आजके इस ब्लॉग में हम मुआवियाँ की मुनाफ़िक़त क़ुरान और हदीस की रौशनी में जानेंगे।    Hyprocrisy of Muawiya bin Sufiyan आईये क़ुरान और सही हदीस की …

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muawiya ki haqiqat,

अमीर मुआवियां की हक़ीक़त – क़ुरान और सही हदीस की रोशनी में – Muawiya kon tha ?

Muawiya ki haqiqat – Quran aur Hadees ki roshni me नोट :     अगर इस्लाम में जो शख़्स ईमान की हालत में रसूलल्लाह सल्लाहों अलैहि वसल्लम को अपनी ज़िन्दगी में देख लेता है तो उसको सहाबी कहा जाता है, लेकिन शर्त ये हो कि दिल से ईमान लाये हो , लेकिन जो दिल में नबी (स०) …

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Imam Ali as

नबी सल्लाहों अलैहिवसल्लम के बाद, जो सबसे अफ़ज़ल है वो इमाम अली -अलैहिस सलाम है – क़ुरान और हदीस की रौशनी में – हिंदी में – Imam Ali as

दोस्तों अगर हम इस्लामी दौर के प्रमुख शख़्शियत के बारे में बात करे तो, बेशक़ सबसे पहले हमारे आक़ा और अल्लाह के रसूल, हज़रत मुहम्मद सल्लाहों अलैहि वसल्लम ही है, उनको इस्लाम के दो प्रमुख फ़िरक़े शिया और सुन्नी दोनों ही मानते है। लेकिन अगर पैग़म्बर मुहम्मद स० के बाद कौन सबसे अफ़ज़ल है, ये …

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